इस तरह भेस में आशिक़ के छुपा है माशूक़ By Sher << मोहब्बत को छुपाए लाख कोई ... दिल और सियह हो गए माह-ए-र... >> इस तरह भेस में आशिक़ के छुपा है माशूक़ जिस तरह आँख के पर्दे में नज़र होती है Share on: