इश्क़ का बंदा भी हूँ काफ़िर भी हूँ मोमिन भी हूँ By Sher << ये महर-ओ-माह-ओ-कवाकिब की ... दिल में घुट घुट कर इन्हें... >> इश्क़ का बंदा भी हूँ काफ़िर भी हूँ मोमिन भी हूँ आप का दिल जो गवाही दे वही कह लीजिए Share on: