इतना मरदूद हूँ कि डर है मुझे By Sher << ख़ुद से फ़रार इतना आसान भ... ग़ुंचा चटका था कहीं ख़ाति... >> इतना मरदूद हूँ कि डर है मुझे क़ब्र से फेंक दे ज़मीं न कहीं Share on: