इतनी मिलती है मिरी ग़ज़लों से सूरत तेरी By Sher << ज़िंदगी किस तरह कटेगी ... तिरी दुआएँ भी शामिल हैं क... >> इतनी मिलती है मिरी ग़ज़लों से सूरत तेरी लोग तुझ को मिरा महबूब समझते होंगे Share on: