इतवार को आना तिरा मालूम कि इक उम्र By Sher << दुख़्त-ए-रज़ और तू कहाँ म... वो तमाशा हूँ हज़ारों मिरे... >> इतवार को आना तिरा मालूम कि इक उम्र बे-पीर तिरे हम ने ही अतवार को देखा Share on: