जब अधूरे चाँद की परछाईं पानी पर पड़ी By Sher << कहते हैं इश्क़ का अंजाम ब... कारवाँ से जो भी बिछड़ा गर... >> जब अधूरे चाँद की परछाईं पानी पर पड़ी रौशनी इक ना-मुकम्मल सी कहानी पर पड़ी Share on: