जब हुआ गर्म-ए-कलाम-ए-मुख़्तसर महका दिया By Sher << जमे क्या पाँव मेरे ख़ाना-... हम उन से और वो हम से दम-ए... >> जब हुआ गर्म-ए-कलाम-ए-मुख़्तसर महका दिया इत्र खींचा यार के लब ने गुल-ए-तक़रीर का Share on: