जब तक कि हैं ज़माने में हम से ख़राब लोग By Sher << किस की जबीं पे हैं ये सित... दिल से उठता है सुब्ह-ओ-शा... >> जब तक कि हैं ज़माने में हम से ख़राब लोग मस्जिद कहीं कहीं कोई मय-ख़ाना चाहिए Share on: