ज़ब्त भी सब्र भी इम्कान में सब कुछ है मगर By Sher << देखिए क्या दिखाती है तक़द... जब 'मीर' ओ 'म... >> ज़ब्त भी सब्र भी इम्कान में सब कुछ है मगर पहले कम-बख़्त मिरा दिल तो मिरा दिल हो जाए Share on: