वो बादा-नोश हक़ीक़त है इस जहाँ में 'रवाँ' By Sher << वो ख़ुश हो के मुझ से ख़फ़... उस को ख़िज़ाँ के आने का क... >> वो बादा-नोश हक़ीक़त है इस जहाँ में 'रवाँ' कि झूम जाए फ़लक गर उसे ख़ुमार आए Share on: