ज़िंदगी ख़्वाब देखती है मगर By Sher << डूब जाएँ न फूल की नब्ज़ें मैं उड़ता रहता हूँ नीले स... >> ज़िंदगी ख़्वाब देखती है मगर ज़िंदगी ज़िंदगी है ख़्वाब नहीं Share on: