मैं उड़ता रहता हूँ नीले समुंदरों में कहीं By Sher << ज़िंदगी ख़्वाब देखती है म... रूह में जिस ने ये दहशत सी... >> मैं उड़ता रहता हूँ नीले समुंदरों में कहीं सो तितलियों के लिए ख़्वाब लाता रहता हूँ Share on: