ज़िंदगानी की हक़ीक़त कोहकन के दिल से पूछ By Sher << फिर से ख़ुदा बनाएगा कोई न... तू भी जैसे बदल सा जाता है >> ज़िंदगानी की हक़ीक़त कोहकन के दिल से पूछ जू-ए-शीर ओ तेशा ओ संग-ए-गिराँ है ज़िंदगी Share on: