ज़ख़्म खा कर भी जो दुआएँ दे By Sher << जो दिन है ख़ाक-ए-बयाबाँ ज... ज़िंदगी क्या है अनासिर मे... >> ज़ख़्म खा कर भी जो दुआएँ दे कौन उस का मुक़ाबला करेगा Share on: