ज़ालिम जफ़ा जो चाहे सो कर मुझ पे तू वले By जफ़ा, Sher << ज़िक्र मेरा ही वो करता था... या-रब ये क्या तिलिस्म है ... >> ज़ालिम जफ़ा जो चाहे सो कर मुझ पे तू वले पछतावे फिर तू आप ही ऐसा न कर कहीं o cruel one any torture, on me implement just refrain from actions which you may repent Share on: