जल्वा-गर बज़्म-ए-हसीनाँ में हैं वो इस शान से By Sher << तूफ़ान-ए-ग़म की तुंद हवाओ... ज़माना देखा है हम ने हमार... >> जल्वा-गर बज़्म-ए-हसीनाँ में हैं वो इस शान से चाँद जैसे ऐ 'क़मर' तारों भरी महफ़िल में है Share on: