ज़मीं पे पाँव ज़रा एहतियात से धरना By Sher << कुछ इशारा जो किया हम ने म... हर संग में काबे के निहाँ ... >> ज़मीं पे पाँव ज़रा एहतियात से धरना उखड़ गए तो क़दम फिर कहाँ सँभलते हैं Share on: