ज़मीनें तंग हुई जा रही हैं दिल की तरह By Sher << ज़िंदगी में जो तुम्हें ख़... उस ने आ कर हाथ माथे पर रख... >> ज़मीनें तंग हुई जा रही हैं दिल की तरह हम अब मकान नहीं मक़बरा बनाते हैं Share on: