जाने न पाए उस को जहाँ हो तहाँ से लाओ By Sher << मैं जहाँ हूँ तिरे ख़याल म... ख़ामुशी ही में सही पर कभी... >> जाने न पाए उस को जहाँ हो तहाँ से लाओ घर में न हो तो कूचा ओ बाज़ार देखना Share on: