मैं जहाँ हूँ तिरे ख़याल में हूँ By Sher << तिफ़्ल में बू आए क्या माँ... जाने न पाए उस को जहाँ हो ... >> मैं जहाँ हूँ तिरे ख़याल में हूँ तू जहाँ है मिरी निगाह में है Share on: