ज़रा ज़रा सी शिकायत पे रूठ जाते हैं By Sher << लाख हम शेर कहें लाख इबारत... लैला चली थी हज के लिए जज़... >> ज़रा ज़रा सी शिकायत पे रूठ जाते हैं नया नया है अभी शौक़ दिलरुबाई का Share on: