जश्न-ए-बहार-ए-नौ है नशेमन की ख़ैर हो By Sher << ज़िंदगी छोटी है सामान बहु... हम भी हैं 'बिल्क़ीस&#... >> जश्न-ए-बहार-ए-नौ है नशेमन की ख़ैर हो उट्ठा है क्यूँ चमन में धुआँ रौशनी के साथ Share on: