जाते हो ख़ुदा-हाफ़िज़ हाँ इतनी गुज़ारिश है By Sher << नूर-ए-बदन से फैली अंधेरे ... दिन को है सहरा-नवर्दी से ... >> जाते हो ख़ुदा-हाफ़िज़ हाँ इतनी गुज़ारिश है जब याद हम आ जाएँ मिलने की दुआ करना Share on: