झुकाना सीखना पड़ता है सर लोगों के क़दमों में By Sher << आफ़ताब-ए-गर्म से दस्त-ओ-ग... पड़ गया है ख़ुदा से काम म... >> झुकाना सीखना पड़ता है सर लोगों के क़दमों में यूँही जम्हूरियत में हाथ सरदारी नहीं आती Share on: