झुकती है निगाह उस की मुझ से मिल कर By Sher << क़ासिद पयाम-ए-शौक़ को देन... जब दिल का जहाज़ अपना तबाह... >> झुकती है निगाह उस की मुझ से मिल कर दीवार से धूप उतर रही है गोया Share on: