जिन का यक़ीन राह-ए-सुकूँ की असास है By Sher << महफ़िल में फूल ख़ुशियों क... हर ज़ख़्म-ए-कोहना वक़्त क... >> जिन का यक़ीन राह-ए-सुकूँ की असास है वो भी गुमान-ए-दश्त में मुझ को फँसे लगे Share on: