जिस के वास्ते बरसों सई-ए-राएगाँ की है By Sher << रहरव-ए-राह-ए-मोहब्बत रह न... चमक शायद अभी गीती के ज़र्... >> जिस के वास्ते बरसों सई-ए-राएगाँ की है अब उसे भुलाने की सई-ए-राएगाँ कर लें Share on: