जिस को तुम कहते हो ख़ुश-बख़्त सदा है मज़लूम By Sher << शाम ख़ामोश है पेड़ों पे उ... भूलता ही नहीं वो दिल से उ... >> जिस को तुम कहते हो ख़ुश-बख़्त सदा है मज़लूम जीना हर दौर में औरत का ख़ता है लोगो Share on: