जो दिल-ओ-ईमाँ न दें नज़राँ बुतों को देख कर By Sher << मैं और ज़ौक़-ए-बादा-कशी ल... क्या क्या दिलों का ख़ौफ़ ... >> जो दिल-ओ-ईमाँ न दें नज़राँ बुतों को देख कर या ख़ुदा वो लोग इस दुनिया में आए किस लिए Share on: