जो हर्फ़-ए-हक़ की हिमायत में हो वो गुम-नामी By Sher << ढूँड लेंगे जब कोई तुम सा ... हथेलियों की दुआ फूल बन के... >> जो हर्फ़-ए-हक़ की हिमायत में हो वो गुम-नामी हज़ार वज़्अ के नाम-ओ-निशाँ से अच्छी है Share on: