जो मिला तोड़ता गया उस को By Sher << अपने दराज़-क़द पे बहुत ना... सरीर-ए-सल्तनत से आस्तान-ए... >> जो मिला तोड़ता गया उस को दिल लगा था मिरा हज़ारों से Share on: