जो सारे दिन की थकन ओढ़ कर मैं सोता हूँ By Sher << किताब-ए-इश्क़ के जो मो... जो दोस्तों की मोहब्बत से ... >> जो सारे दिन की थकन ओढ़ कर मैं सोता हूँ तो सारी रात मिरा घर सफ़र में रहता है Share on: