जुनूँ अब मंज़िलें तय कर रहा है By दीवानगी, Sher << जितना आँख से कम देखूँ हम जो पहुँचे तो लब-ए-गोर ... >> जुनूँ अब मंज़िलें तय कर रहा है ख़िरद रस्ता दिखा कर रह गई है Share on: