दिखाई क्यूँ दिल-ए-वहशी को चश्म वो 'जुरअत' By Sher << दिल जिगर की मिरे पूछे है ... देखो दुज़्दीदा निगह से तो... >> दिखाई क्यूँ दिल-ए-वहशी को चश्म वो 'जुरअत' शराब और दिवाने को तू पिला लाया Share on: