क़द ओ गेसू लब-ओ-रुख़्सार के अफ़्साने चले By Sher << कभी तो मंज़रों के इस तिलि... नज़'अ तक दिल उस को दो... >> क़द ओ गेसू लब-ओ-रुख़्सार के अफ़्साने चले आज महफ़िल में तिरे नाम पे पैमाने चले Share on: