कहते हैं जिसे हुस्न वो है शम-ए-जहाँ-ताब By Sher << कार-ए-दीं या फ़िक्र-ए-दुन... कभी आग़ोश में रहता कभी रु... >> कहते हैं जिसे हुस्न वो है शम-ए-जहाँ-ताब कहते हैं जिसे इश्क़ वो परवाना है उस का Share on: