कल शब-ए-वस्ल में क्या जल्द बजी थीं घड़ियाँ By Sher << कहाँ इतनी ख़बर उम्र-ए-मोह... ये कैसी बहार-ए-चमन आई कि ... >> कल शब-ए-वस्ल में क्या जल्द बजी थीं घड़ियाँ आज क्या मर गए घड़ियाल बजाने वाले Share on: