कमाल-ए-हुस्न है हुस्न-ए-कमाल से बाहर By Sher << न जाने कितने भँवर को रुला... क़ैद की मुद्दत बढ़ी छुटने... >> कमाल-ए-हुस्न है हुस्न-ए-कमाल से बाहर अज़ल का रंग है जैसे मिसाल से बाहर Share on: