करे दरिया न पुल मिस्मार मेरे By Sher << आज बरसों में तो क़िस्मत स... किताब-ए-ज़ीस्त का उनवान ब... >> करे दरिया न पुल मिस्मार मेरे अभी कुछ लोग हैं उस पार मेरे Share on: