करता है क्या ये मोहतसिब-ए-संग-दिल ग़ज़ब By Sher << काट कर पर मुतमइन सय्याद ब... काबा ओ दैर में है किस के ... >> करता है क्या ये मोहतसिब-ए-संग-दिल ग़ज़ब शीशों के साथ दिल न कहीं चूर चूर हों Share on: