कौन दरिया-ए-मोहब्बत से उतर सकता है पार By Sher << इज़हार-ए-इश्क़ उस से न कर... सदियों तक एहतिमाम-ए-शब-ए-... >> कौन दरिया-ए-मोहब्बत से उतर सकता है पार कश्ती-ए-फ़रहाद आख़िर कोह से टकरा गई Share on: