सदियों तक एहतिमाम-ए-शब-ए-हिज्र में रहे By Sher << कौन दरिया-ए-मोहब्बत से उत... तमाम वहम ओ गुमाँ है तो हम... >> सदियों तक एहतिमाम-ए-शब-ए-हिज्र में रहे सदियों से इंतिज़ार-ए-सहर कर रहे हैं हम Share on: