कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त By Sher << ज़ाहिद नमाज़ भूला इधर देख... इन दिनों गरचे दकन में है ... >> कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया who does ever weep for others' sake my friend everybody cries Share on: