कौन सुनता है यहाँ पस्त-सदाई इतनी By Sher << सूरज लिहाफ़ ओढ़ के सोया त... ग़र्क़ करता है न देता है ... >> कौन सुनता है यहाँ पस्त-सदाई इतनी तुम अगर चीख़ के बोलो तो असर भी होगा Share on: