कौन याद आ गया अज़ाँ के वक़्त By Sher << अपना रिश्ता ज़मीं से ही र... आते हैं ग़ैब से ये मज़ामी... >> कौन याद आ गया अज़ाँ के वक़्त बुझता जाता है दिल चराग़ जले Share on: