क़यामत का मुझे डर क्या जो कल आनी है आज आए By Sher << ना-कर्दा गुनाहों की भी हस... जब इस में ख़ूँ रहा न तो य... >> क़यामत का मुझे डर क्या जो कल आनी है आज आए तुम्हारे साथ की खेली है मेरी देखी-भाली है Share on: