ख़ुद ही तस्वीर बनाता हूँ मिटा देता हूँ By Sher << जब हुए 'हातिम' हम... शैख़-जी गिर गए थे हौज़ मे... >> ख़ुद ही तस्वीर बनाता हूँ मिटा देता हूँ बुत-गरी मेरे लिए बुत-शिकनी हो जैसे Share on: