ख़ुदा जाने ये दुनिया जल्वा-गाह-ए-नाज़ है किस की By Sher << तर्क-ए-मय की हुई तलाफ़ी य... कम है कुछ कुंदन से क्या च... >> ख़ुदा जाने ये दुनिया जल्वा-गाह-ए-नाज़ है किस की हज़ारों उठ गए लेकिन वही रौनक़ है मज्लिस की Share on: