ख़ुदा का शुक्र है गिर्दाब से निकल आया By Sher << ख़ुश्बू जैसी रात ने मेरा अब्र-ए-बहार अब भी जचता नह... >> ख़ुदा का शुक्र है गिर्दाब से निकल आया मैं उस के हल्क़ा-ए-अहबाब से निकल आया Share on: