ख़ुश्क रुत में इस जगह हम ने बनाया था मकान By Sher << भला हुआ कि न हाथ आया जामा... छुपी है अन-गिनत चिंगारिया... >> ख़ुश्क रुत में इस जगह हम ने बनाया था मकान ये नहीं मालूम था ये रास्ता पानी का है Share on: